इन्द्रावतीसुं अतंत रंगे, स्याम समागम थयो।
साथ भेलो जगववा, इन्द्रावतीने में कह्यो।।१३५
इन्द्रावतीकी अन्तरात्मामें धामधनीका समागम हो गया है. सद्गुरु कहते थे कि समस्त ब्रह्मसृष्टिको एकसाथ जागृत करनेके लिए मैंने इन्द्रावतीसे कहा है अर्थात् जागनीका उत्तरदायित्व इन्द्रावतीको सौंपा है.
प्रकरण १२ श्री कलस (गुजराती)
Lord Shyam has united with Indrawati and to asked her to awaken other sundarsath. Indrawati is bhramvasana residing in Meharaj Thakkar. Brahmvasana unites with with Lord Shyam of Paramdham. This is the last chaupai of Shri Kalash Gujrati Granth.
महंमद आया ईसे मिने, तब अहंमद हुआ स्याम।
अहंमद मिल्या मेहेदी मिने, ए तीन मिल हुए इमाम।।२१
कुरानके अनुसार रसूल मुहम्मदमें विद्यमान ब्राह्मीशक्ति जब ईसा रूहअल्लाह श्री देवचन्द्रजीमें प्रविष्ट होती है तब वे अहमद स्वरूप कहलाते हैं. जब ये अहमद स्वरूप महदीमें प्रविष्ट होते हैं तब ये तीनों स्वरूप एक होकर इमाम कहलाते हैं.
प्रकरण १५ श्री खुलासा
When Devachandraji united with the Shyam residing in Mahamad and became Ahmad, when Ahmad united with Mehadi and thus became Imam. This is how Mahamati Prannathji has become Imam Mehadi.
साथ भेलो जगववा, इन्द्रावतीने में कह्यो।।१३५
इन्द्रावतीकी अन्तरात्मामें धामधनीका समागम हो गया है. सद्गुरु कहते थे कि समस्त ब्रह्मसृष्टिको एकसाथ जागृत करनेके लिए मैंने इन्द्रावतीसे कहा है अर्थात् जागनीका उत्तरदायित्व इन्द्रावतीको सौंपा है.
प्रकरण १२ श्री कलस (गुजराती)
Lord Shyam has united with Indrawati and to asked her to awaken other sundarsath. Indrawati is bhramvasana residing in Meharaj Thakkar. Brahmvasana unites with with Lord Shyam of Paramdham. This is the last chaupai of Shri Kalash Gujrati Granth.
महंमद आया ईसे मिने, तब अहंमद हुआ स्याम।
अहंमद मिल्या मेहेदी मिने, ए तीन मिल हुए इमाम।।२१
कुरानके अनुसार रसूल मुहम्मदमें विद्यमान ब्राह्मीशक्ति जब ईसा रूहअल्लाह श्री देवचन्द्रजीमें प्रविष्ट होती है तब वे अहमद स्वरूप कहलाते हैं. जब ये अहमद स्वरूप महदीमें प्रविष्ट होते हैं तब ये तीनों स्वरूप एक होकर इमाम कहलाते हैं.
प्रकरण १५ श्री खुलासा
When Devachandraji united with the Shyam residing in Mahamad and became Ahmad, when Ahmad united with Mehadi and thus became Imam. This is how Mahamati Prannathji has become Imam Mehadi.
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