Who is Shyama's var?
मंगल गाइए दुलहे के, आयो समे स्यामा वर स्याम।
नैनों भर भर निरखिए, विलसिए रंग रस काम।।१०
इसलिए अब प्रियतम परमात्माके शुभगुणोंका गायन करो, क्योंकि सुन्दरवर श्याम-श्यामाको मिलनेका समय आ गया है. अब नयन भरकर युगल स्वरूपके दर्शन करो और प्रेमानन्द लेते हुए उनके साथ विलास करो.
Sing the praises of groom as the time to unite with Shyma's master Shyam is here. Drink the nectar of this sight of jugaljodi(ShyamShyama- Sat-Aanand)through your eyes and let the self understand the true color of love and juice of love!
मंगल गाइए दुलहे के, आयो समे स्यामा वर स्याम।
नैनों भर भर निरखिए, विलसिए रंग रस काम।।१०
इसलिए अब प्रियतम परमात्माके शुभगुणोंका गायन करो, क्योंकि सुन्दरवर श्याम-श्यामाको मिलनेका समय आ गया है. अब नयन भरकर युगल स्वरूपके दर्शन करो और प्रेमानन्द लेते हुए उनके साथ विलास करो.
Sing the praises of groom as the time to unite with Shyma's master Shyam is here. Drink the nectar of this sight of jugaljodi(ShyamShyama- Sat-Aanand)through your eyes and let the self understand the true color of love and juice of love!
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