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Friday, April 20, 2012

ए हकें अव्वल कह्या, भूल जाओगे तुम।

ए हकें अव्वल कह्या, भूल जाओगे तुम।
ना मानोगे फुरमान को, ना कछू रसूल हुकम।।३४

हे ब्रह्मात्माओ ! इस प्रकार धामधनीने पहलेसे ही कह दिया था कि मायामें जाकर भूल जाओगी. उस समय तुम रसूल द्वारा भेजे गए मेरे आदेश एवं सन्देशको भी नहीं मानोगी.
In the beginning Lord warned, you will forget everything and you will not listen to messages that I send and also the messenger that I send to awaken you!

ना मानोगे संदेसे, ना मुझे करोगे याद।
झूठा कबीला करोगे, लगसी झूठा स्वाद।।३५

तुम मेरे सन्देश पर भी विश्वास नहीं करोगी और मुझे भी याद नहीं करोगी. मिथ्या परिवार रचाकर उसीमें मग्न हो जाओगी और वही तुम्हें अच्छा लगेगा.

You will not agree to the messages, you will not remember me. You will create a false group and you will enjoy the taste of false relationship.

अब सो क्योंए आप को, काढ न सकें तिलसम।
फुरमान ले पोहोंच्या रसूल, तो भी न आवे सरम।।४१

अब ये ब्रह्मात्माएँ इस तुच्छ मायाके बन्धनोंसे स्वयंको किसी भी प्रकारसे मुक्त नहीं कर पा रही है. ऐसेमें रसूल मुहम्मद सन्देश लेकर आए तथापि उन्हें लज्जा नहीं आई.

With the messages from Lord and the messenger who has brought is non other than Rooh Allah (Shyama) and you still do not believe! Aren't you ashamed of yourself?

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